कई को बचाने वाले नाथूराम को ही दंतेल हाथी ने मार डाला , अब हाथी को... |

कई को बचाने वाले नाथूराम को ही दंतेल हाथी ने मार डाला , अब हाथी को…

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  • जंगली हाथियों के चंगुल से कई लोगों की जान बचा चुके थे 28 साल के नाथूराम

कोरबा/नवप्रदेश। कोरबा (korba wild elephant kill nathuram) के कटघोरा वन मंडल (katghora forest division) में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। रोज किसी न किसी इलाके से हाथियों की वजह से अनहोनी की खबरें आती ही रहती हैं। ताजा मामला केंदई रेंज कोरबी इलाके का है।

सोमवार की रात यहां कोरबा (korba wild elephant kill nathuram) के कटघोरा वनमंडल (katghora forest division) के लाद गांव में खूंखार हो चुके दंतेल (लोनर) हाथी ने अब हाथी मित्र दल के नाथूराम (28) को ही मार डाला, जिससे उनकी मौत हो गई। ये वही नाथूराम हैं, जिन्होंने जंगली हाथियों से कई लोगों की जान बचाई।

नाथूराम की मौत से वनविभाग सकते में है। विभाग के अफसरों की मानें तो अब इस हाथी पर नकेल कसने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

कटघोरा वनमंडल (katghora forest division) के डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने कहा कि इसके तहत दंतेल हाथी को कॉरल आईडी भी लगाया जाएगा। वहीं अन्य जंगली हाथियों (wild elephant) से ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने केे लिए वनमंडल के सभी रेंज के गांवों के लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

जान गई भी तो लोगों की सुरक्षा के लिए ही

कुछ लोगों का कहना है कि नाथूराम ग्रामीणों एवं वन विभाग के कर्मचारियों के साथ सोमवार की रात गांव में घुस आए जंगली हाथियों को खदेड़ रहे थे। इसी दौरान दंतेल हाथी उन पर आक्रामक हो गया और उन्हें जान से मार दिया।

वहीं कुछ लोगों का कहना है कि दंतेल हाथी की ओर नाथूराम (nathuram) अकेले ही गए थे। घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतक नाथूराम के परिवारजनों को तत्काल 25 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की। अधिकारियों की आरे से नाथूराम के परिजन को 3.75 लाख की मुआवजा राशि विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।

कटघोरा में पश्चिम बंगाल से बुलाए जाएंगे एक्सपर्ट

डीएफओ उपाध्याय के मुताबिक जंगली हाथियों से ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पश्चिम बंगाल से एक्सपट्र्स को बुलाया जाएगा। ये विशेषज्ञ कटघोरा वनमंडल के सभी रेंज अंतर्गत गांवों के लोगों को हाथियों का मिजाज भांपने के गुर सिखाएंगे। इस प्रशिक्षण से ग्रामीण हाथियों के आने पर अपनाई जाने वाली गतिविधि से रूबरू हो सकेंगे, जिससे हाथी उग्र नहीं होंगे और लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी।

दंतेल को कॉलर आईडी लगाने भेजेंगे प्रस्ताव

खूंखार हो चुके दंतेल हाथी को कॉलर आईडी लगाने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा, ताकि इस हाथी की लोकेशन का पता चल सके। कॉलर आईडी लगाने पर उसकी मूवमेंट का पता चलता रहेगा। उसके रिहायशी इलाके की ओर बढऩे पर उसे रोका जा सकेगा।

– जितेंद्र उपाध्याय, डीएफओ, कटघोरा वनमंडल

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