शिकायत के बावजूद जारी है ठेकेदार की मनमानी

शिकायत के बावजूद जारी है ठेकेदार की मनमानी

72 लाख के पालिका भवन की सीढिय़ों में लगाया जा रहा है 4 रुपये वाला चेकर टाइल्स
7 साल में पूरा नहीं हो पाया नगर पालिका भवन
नवप्रदेश संवाददाता
डोंगरगढ़ । स्थानीय धर्मनगरी में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2012 में पुराने नगर पालिका भवन तो तोड़कर नया नगर पालिका भवन का निर्माण करने के लिए शासन से 72 लाख रुपये की स्वीकृति की गई जिसके बाद नगर पालिका परिषद बाजू में बनी नगर पालिका कन्या शाला में शिफ्ट हो गई और पुराने नगर पालिका भवन को तोड़कर नया निर्माण करने के लिए निविदा बुलाई गई। जिसके बाद इस कार्य का ठेका जितेश दागा निवासी धमतरी को दिया गया जिसे एक वर्ष की अवधि में पूरा करने का लक्ष्य ठेकेदार को दिया गया था लेकिन उक्त ठेकेदार के द्वारा इस भवन का कार्य आज 7 वर्ष बीतने के बाद भी पूरा नहीं किया गया था उसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन इस ठेकेदार के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने से परहेज करते हुए अभी भी उसी ठेकेदार से करवा रहा है।
आपको बता दें कि ठेकेदार जितेश दागा के द्वारा 72 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस नगर पालिका भवन निर्माण में प्रारंभ से ही अनियमितता बरती गई जिसका प्रमाण भी पालिका प्रशासन ने देखा कि निर्माणाधीन पालिका भवन का लेंटर ही गिर गया वो तो अच्छा हुआ वह लेंटर कार्य बंद के दौरान गिरा नही मजदूरों के साथ बड़ी दुर्घटना हो जाती। इस घटना के बाद उक्त ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया लेकिन उसके बावजूद ऐसा क्या हुआ कि भवन निर्माण का कार्य वापस उसी ठेकेदार को दे दिया गया और 72 लाख में से अब तक लगभग 50 लाख का बिल भुगतान भी ठेकेदार को कर दिया गया है जिससे इंजीनियर भी संदेह के दायरे में है कि आखिर इतने घटिया निर्माण में क्या देखकर मूल्यांकन किया और बिलों का भुगतान कर दिया।

पार्षद की शिकायत के बाद भी लगा दिया 4 रुपये वाला चेकर टाईल्स
नगर पालिका के वरिष्ठ भाजपा पार्षद एवं लोकतंत्र प्रहरी के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित छाबड़ा ने निर्माणाधीन नगर पालिका भवन की सीढिय़ों में ठेकेदार द्वारा लगाये जा रहे 4 रुपये वाले चेकर टाईल्स का विरोध करते हुए उसकी जगह अच्छी क्वालिटी का टाईल्स लगाने की मांग की थी जिसके बाद उस चेकर टाईल्स को निकाल दिया गया था लेकिन कुछ दिन बाद ठेकेदार के द्वारा मनमानी करते हुए फिर से उसी चेकर टाईल्स को लगा दिया गया जिसकी सूचना मिलने पर पार्षद अमित छाबड़ा ने मीडिया के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराते हुए ठेकेदार व इंजीनियर के ऊपर पालिका भवन के निर्माण में भ्रष्टाचार को अंजाम देने का आरोप लगाया साथ ही कलेक्टर से निर्माणाधीन नगर पालिका भवन का आकस्मिक निरीक्षण करने की मांग की है जिससे निर्माण में बरती गई अनियमितता उजागर हो सके। श्री छाबड़ा ने कहा कि गरीब से गरीब परिवार के घर पर बनाये गए शौचालय में भी ऐसे घटिया चेकर टाईल्स का उपयोग नहीं किया गया है जिसका उपयोग ठेकेदार 72 लाख की बिल्डिंग निर्माण में कर रहा है।
उखडऩे लगे हैं खिड़की दरवाजे
वरिष्ठ पार्षद अमित छाबड़ा ने मीडिया को बताया कि 7 वर्षो से बन रहे इस नगर पालिका भवन की स्थिति पूरा होने से पहले ही इतनी जर्जर हो चुकी है कि भविष्य में इसके ऊपर खतरा मंडराता रहेगा। भवन में बने मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अध्यक्ष, सभा कक्ष सहित अन्य कमरों की खिड़की दरवाजे सडऩे लगे हैं और उखडऩे लगे हैं जिन्हें पुटटी व पेण्ट कर ढकने की तैयारी है। यही नहीं कि कमरों में तो लोहे की छड़ के जगह सीमेंट व गिट्टी का मसाला भरकर लोहे के कलर का पेण्ट मार दिया गया है। अमित छाबड़ा ने मीडिया के माध्यम से कलेक्टर से अपील की है कि वे यहां आकर सभी पहलुओं पर जांच करे कि आखिर एक वर्ष में पूर्ण होने वाला भवन 7 वर्षो में भी क्यों पूरा नहीं हो पाया और 7 वर्षो में कितने सीएमओ एवं इंजीनियरों ने मूल्यांकन कर ठेकेदार को बिल भुगतान किया।

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